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समाज  |  एक अलग नज़रिया  |  4-मिनट में पढ़ें
मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का, उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले
समाज  |  एक अलग नज़रिया  |  3-मिनट में पढ़ें
ससुराल वालों ने पढ़ने से रोका तो घर छोड़कर चली गई दुल्हन, वो और क्या करती?